मेरे अश्क ख़ुशी का सबब हैं मेरी ....उन्ही से यार मेरा दिलशाद रहता है..... bohot khoob...
बहुत खूब।आपको और आपके परिवार को तीज, गणेश चतुर्थी और ईद की हार्दिक शुभकामनाएं! फ़ुरसत से फ़ुरसत में … अमृता प्रीतम जी की आत्मकथा, “मनोज” पर, मनोज कुमार की प्रस्तुति पढिए!
thnks to all...
bahut umda keep it up!YE KAH RAHA HE WO HICHKIYA LEKARDEEWANA HU MUJHE HASNA YAAD RAHTA
मेरे अश्क ख़ुशी का सबब हैं मेरी ....
ReplyDeleteउन्ही से यार मेरा दिलशाद रहता है.....
bohot khoob...
बहुत खूब।
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को तीज, गणेश चतुर्थी और ईद की हार्दिक शुभकामनाएं!
फ़ुरसत से फ़ुरसत में … अमृता प्रीतम जी की आत्मकथा, “मनोज” पर, मनोज कुमार की प्रस्तुति पढिए!
thnks to all...
ReplyDeletebahut umda keep it up!
ReplyDeleteYE KAH RAHA HE WO HICHKIYA LEKAR
DEEWANA HU MUJHE HASNA YAAD RAHTA